गुना । विगत दिनों जिला प्रशासन द्वारा कोतवाली गली में अतिक्रमण कर वर्षों से जमें दुकानदारों पर प्रशासन की जेसीबी चल गई थी इसके विरोध में कोतवाली के गली में दुकान कर रहे सभी दुकानदारों ने स्तंभ चौराहे पर धरना प्रदर्शन किया और हटाए गए अतिक्रमण के विरोध में आज दोपहर जिला प्रशासन को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सोपा ।
ज्ञापन में उन्होंने कहा कि कोतवाली गली गुना में सन 1994-95 से जूते चप्पलों को सुधारने का कार्य करने वाले, चाय की दुकान करने वाले सीट कवर, बनाने वाले तथा दुपहिया वाहनों की रिपेयरिंग करने वाले गुम्टीनुमा दुकानों में छोटा व्यवसाय कर रहे थे, जिनकी आर्थिक स्थिति अत्यंत दयनीय है किंतु जिला प्रशासन ने विगत माह अतिक्रमण मुहिम मात्र उसी
कोतवाली गली में चलाई जिसमें छोटे-छोटे व्यवसाय कर अपने तथा अपने परिवार का जीवन यापन कर रहे थे, उन्हें बेदखल कर दिया। जबकि उन्हें पूर्व में जिला प्रशासन द्वारा ही उक्त गली में बैठाया गया था। बापू बाजार में जो वर्तमान में पक्की दुकानें गर्ल्स स्कूल के सामने और गर्ल्स स्कूल की साईड में बनी हैं, वह भी मुख्य मार्ग परअतिक्रमण कर लोगों के द्वारा बनाई गई थी, जिसमें से गर्ल्स स्कूल के सामने वाली लाईन में प्रशासन ने पक्की दुकान बनाकर उन्हीं अतिक्रमणकारियों को दीं, जिनका अतिक्रमण था और वर्तमान में गर्ल्स स्कूल के साईड में जो दुकानें टीनशेड में चल रहीं हैं, वह आज भी मुख्य मार्ग पर अतिक्रमण की श्रेणी में आतीं हैं। जब जिला प्रशासन ने उन अमीर कपडे आदि का व्यवसाय करने वालों को अतिक्रमण हटाकर पूर्व में दुकानें बनाकर दी हैं, तो फिर कोतवाली गली मैं बैठे दुकानदारों पर प्रशासन की मेहरबानी क्यों नही हुई? और उन पर कानून का डण्डा चलाकर उनकी गरीबी को ध्यान में न रखते हुए उन्हें उस बरसात के मौसम में बेदखल किया गया, आज हटाये गये सभी दुकानदार रोजी रोटी के लिये तरस रहे हैं और उनका परिवार भूख से तडप रहा है। इसी क्रम में सभी दुकानदारों ने मिलकर 15 सितंबर को जयस्तंभ चौराहा पर धरना प्रारंभ किया, किंतु प्रशासन के कानों पर जूं तक नहीं रेंगा और वह आज भी धरने पर बैठे थे, चूंकि वह गरीब हैं रोज कमाने और खाने वाले हैं इसलिए वह अधिक समय तक धरने पर बैठे नहीं रह सकते हैं और प्रशासन को यह ज्ञापन दिया गया हैं। उक्त सभी दुकानदार जिन्हें कोतवाली गली से हटाया गया है, वह चाहते हैं कि उन्हें भी बापू बाजार में अन्य लोगों को अतिक्रमण हटाकर जो पक्की दुकान दी गई है उसी तर्ज पर टीन शेड डालकर छोटी छोटी गुम्ठीनुमा दुकानें दीए जाने की माँग की है या विकल्प में किसी अन्य स्थान पर उन्हें उनके व्यवसाय करने के लिये जगह एलॉट कराई जाऐ।