अपनी जान की सुरक्षा को ध्यान में रखकर धर्म, जाति, संप्रदाय से ऊपर उठकर सौहार्दपूर्णं तरीके से मनाएं सभी त्यौहार/ पर्व
गुना । कलेक्टर डॉ. सतेन्द्र सिंह की अध्यक्षता में जिला स्तरीय शांति समिति की बैठक का आयोजन जिला कलेक्ट्रेट के सभागार किया गया।
इस दौरान पुलिस अधीक्षक संजीव कुमार सिन्हा, अपर कलेक्टर अखिलेश जैन, एएसपी मान सिंह ठाकुर, अनुविभागीय अधिकारी गुना श्रीमति शिवानी पाण्डे, तहसीलदार नगर जीएस बैरवा सहित विभिन्न समाज के प्रमुख एवं धर्मगुरू विशेष रूप से उपस्थित रहे।
आगामी 13 सितम्बर से 31 दिसम्बर तक विभिन्न त्यौहार/ पर्व/जयंती का होना है, इसको दृष्टिगत रखते हुए आज जिला स्तरीय शांति समिति की बैठक का आयोजन किया गया। इस माह दिनांक 13 सितम्बर को कुंभराज क्षेत्र में तेजाजी दशमीं, 14 सितंबर को डोल ग्यारस एवं गणेश विसर्जन, झांकी चल समारोह का आयोजन, 15 सितंबर को ओणम, 16 सितंबर को मिलाद-उन-नबी एवं 17 सितंबर को विश्वकर्मा जयंती/ अनंत चतुदर्शी पर्व/ त्यौहारों का आयोजन होना है। बैठक के दौरान कलेक्टर द्वारा उपस्थित अधिकारियों को निर्देशित किया गया कि उक्त आयोजनों एवं कार्यक्रमों को दृष्टिगत रखते हुए विसर्जन स्थलों को सूचीबद्ध कर उन स्थानों पर साफ-सफाई, बिजली एवं पानी आदि की व्यवस्था करायी जावे। सुरक्षा के लिए पर्याप्त मात्रा मेंसुरक्षा बल तैनात किये जावे। झांकियों के चल समारोह एवं मिलाद-उन-नबी के जुलूस के दौरान रास्तों की साफ-सफाई और बिजली के तारों की ऊंचाई आदि का कार्य का समय पूर्व निरीक्षण कर आवश्यक कार्य कराये जावें। झांकी विसर्जन स्थल सिंगवासा तालाब, सकतपुर, विनायकखेड़ी, भुजरिया तालाब एवं बजरंगगढ़ रोड, टोल नाका के पास चौपड़ नदी स्थल पर सुरक्षा व्यवस्था एवं अन्य व्यवस्थाएं करना सुनिश्चित करें।
जुलूस एवं विसर्जन स्थल पर छोटे बच्चों को जुलूस में शामिल न किया जाये और विसर्जन स्थल से दूरी बनायी जावे
बैठक के दौरान उपस्थित धर्म/समुदाय के प्रतिनिधियों से कलेक्टर द्वारा अपील की गयी कि त्यौहार/पर्वो का आयोजन अपनी जान की सुरक्षा को ध्यान में रखें। धर्म, जाति, संप्रदाय से ऊपर उठकर सौहार्दपूर्ण तरीके से त्यौहार एवं पर्व मनाएं और जुलूस के दौरान डीजे का प्रयोग माननीय सर्वोच्च न्यायालय द्वारा दिये गये निर्देशों का पालन सुनिश्चित करें। जुलूस एवं विसर्जन स्थल पर छोटे बच्चे, शारीरिक रूप से अशक्त बुजुर्ग एवं महिलाओं को जुलूस में शामिल न किया जाये और विसर्जन स्थल से दूरी बनायी जावे।
बैठक के दौरान उपस्थित सदस्यों द्वारा सुझाव दिया गया कि आधुनिक तकनीक का उपयोग करते हुए जो भी कार्यक्रम एवं जुलूस निकाले जाते हैं उनकी ड्रोन के माध्यम से निगरानी एवं रिकॉर्डिंग करायी जावे। इस पर कलेक्टर द्वारा पुलिस एवं नगर पालिका अधिकारी को निर्देशित किया गया कि ड्रोन की व्यवस्था की जावे। बैठक के दौरान संबंधित अनुविभागीय अधिकारी एवं राजस्व अधिकारी को निर्देशित किया गया कि त्यौहार के आयोजन के पूर्व तहसील स्तर पर शांति समिति की बैठक का आयोजन किया जाता है, उस दौरान संपूर्णं जानकारी के साथ बैठक का आयोजन कर डॉक्यूमेंटेशन कराया जावे।
इस दौरान पुलिस अधीक्षक द्वारा बैठक के दौरान बताया गया कि आयोजन के दौरान असामाजिक तत्वों पर सख्त निगरानी की जायेगी। कोई भी कार्यक्रम बिना अनुमति के आयोजित न किया जावे। आयोजन से पूर्व सक्षम अधिकारी से अनुमति ली जावे। इसी प्रकार बैठक के दौरान कलेक्टर द्वारा बताया गया कि आयोजन कर्ता आयोजन से पूर्व अनुमति के दौरान अपने 5 प्रमुख लोगों के नाम व मोबाइल नंबर उपलब्ध करायें। इस दौरान यदि कोई बात सामने आती है तो उनसे संपर्क किया जाये और उन्हें जिम्मेदारी दी जा सके। कलेक्टर द्वारा इस दौरान सुझाव दिया गया कि सभी धर्म एवं संप्रदाय के प्रतिनिधि अपने धार्मिक स्थल पर आयोजन के पूर्व श्रमदान कर स्वच्छता ही सेवा अभियान के तहत साफ-सफाई कर कार्यक्रम में सहभागिता दें।