गुना। फतेहगढ़ वनपरिक्षेत्र, गुना वनमण्डल के अंतर्गत वनभूमि पर तेजी से बढ़ रहे अतिक्रमण के कारण वन और पर्यावरण को गंभीर खतरा उत्पन्न हो गया है। इसके बावजूद वरिष्ठ वन अधिकारियों की उदासीनता और कोई ठोस कदम न उठाने से यह मुद्दा अब गंभीर रूप लेता जा रहा है। वन संरक्षण और पर्यावरण से जुड़े समाजसेवी और जागरूक नागरिक इस समस्या को लेकर नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (NGT) का दरवाजा खटखटाने की तैयारी कर रहे हैं।
ताजा मामला हमीरपुर बीट का है, जहां गंगोत्री, सेमरा और हमीरपुर गाँव के निवासियों द्वारा लगभग हजारों बीघा वनभूमि पर अतिक्रमण कर खेती की जा रही है। इस अवैध अतिक्रमण के कारण न केवल वनों की कटाई हो रही है, बल्कि स्थानीय पारिस्थितिक तंत्र भी बिगड़ रहा है। वनों की यह लगातार होती क्षति वन माफियाओं की सक्रियता को दर्शाती है, जिन पर प्रशासन कोई सख्त कार्यवाही नहीं कर रहा है।
अतिक्रमण के बावजूद वन विभाग की चुप्पी से निराश समाजसेवी और पर्यावरण प्रेमी अब मामले को न्यायिक प्रक्रिया के तहत NGT में ले जाने की तैयारी में हैं, ताकि वनों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके और वन माफियाओं पर कड़ी कार्रवाई हो सके।