स्वास्थ्य सेवाओं में लापरवाही: पेथोलॉजी रिपोर्ट में देरी बनी जानलेवा, स्टाफ की गैर-जिम्मेदारी और प्रबंधन की अनदेखी कर रही मरीजों की जिंदगी के साथ खिलवाड़

report :- Mahesh Soni

गुना। शहर स्थित “तेज डायग्नोस्टिक सेंटर” में लापरवाही और गैर-जिम्मेदाराना व्यवहार का गंभीर मामला सामने आया है। स्टाफ द्वारा जांच रिपोर्ट समय पर न देने के कारण एक मरीज की हालत बिगड़ गई, जिससे यह सवाल खड़ा होता है कि क्या स्वास्थ्य सेवाओं में इस तरह की लापरवाही स्वीकार्य है?

समय पर रिपोर्ट न मिलने से मरीज की हालत बिगड़ी
देवेंद्र कुमार, जो कि शुगर के मरीज हैं, को उनकी जांच रिपोर्ट समय पर नहीं मिली। रिपोर्ट की देरी के चलते उनका उपचार समय पर शुरू नहीं हो पाया, और रविवार देर शाम उनकी तबियत अचानक बिगड़ गई। उन्हें आनन-फानन में जिला अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा। डॉक्टरों ने शुगर की जांच रिपोर्ट मांगी, लेकिन पेथोलॉजी सेंटर से रिपोर्ट अब तक नहीं मिली थी।

स्टाफ का गैर-जिम्मेदाराना रवैया
इस घटना ने पेथोलॉजी सेंटर की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल खड़े किए हैं। स्टाफ ने मरीज के परिजनों को सेंटर के मालिक का मोबाइल नंबर देने से इनकार कर दिया। जांच में देरी पर जब मालिक पी. एन. धाकड़ से संपर्क किया गया, तो वे भी संतोषजनक जवाब नहीं दे सके। दरअसल, सेंटर की पूरी जिम्मेदारी स्टाफ पर छोड़ दी गई है, और मालिक को वहां हो रही गतिविधियों की कोई जानकारी नहीं है। स्वास्थ्य सेवाएं हर नागरिक के लिए जीवन रेखा की तरह होती हैं। ऐसी सेवाओं में लापरवाही न केवल मरीज बल्कि उनके परिवार के लिए भी घातक साबित हो सकती है। इस घटना ने यह साबित कर दिया है कि मरीजों को जांच कराने से पहले यह सुनिश्चित करना चाहिए कि रिपोर्ट समय पर मिलेगी या नहीं।

सिस्टम में सुधार की आवश्यकता
यह घटना इस बात पर जोर देती है कि स्वास्थ्य सेवाओं में गुणवत्ता और समयबद्धता सुनिश्चित करना बेहद जरूरी है। ऐसी संस्थाओं पर प्रशासन को सख्त कार्रवाई करनी चाहिए और मरीजों के अधिकारों की रक्षा के लिए जागरूकता बढ़ानी चाहिए। तेज डायग्नोस्टिक सेंटर जैसी संस्थाओं की लापरवाही को उजागर करना जरूरी है, ताकि मरीज और उनके परिवार भविष्य में ऐसी परेशानियों से बच सकें। स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता बनाए रखना केवल संस्थान का ही नहीं, बल्कि पूरे समाज का भी कर्तव्य है।

इनका कहना है :- 

जाँच की रिपोर्ट एक दिन बाद भी समय पर क्यों नहीं मिल सकी ? संस्था के मालिक के पास इसका कोई जबाब नहीं था।उन्होंने कहा कि में यह पता करता हूं और स्टाफ को भी टाइट करता हूं। आगे से ऐसी शिकायत नहीं मिलेने का आश्वासन दिया ।

डॉ पी.एन. धाकड़ (तेज डायग्नोस्टिक सेंटर ) गुना

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